हम जहाँ काम करते हैं वहाँ पर अपनी सेफ़्टी का ख्याल तो काफी हद तक रख लेते हैं लेकिन हम अपने घर पर सेफ़्टी का ध्यान रखने में चूक जाते हैं, जिसकी वजह से हम पर और हमारे घरवालों पर कोई अनहोनी होने का खतरा होता है, इसलिए होम सेफ़्टी के लिए कुछ नियमों को जानने और उसको फॉलो करने की जरूरत होती है। इस आर्टिकल में आपको Home Safety Rules के बारे में बताने वाला हूँ जिसे हमें अपने घरों में जरूर फॉलो करना चाहिए।
हर माता-पिता चाहते हैं कि उनके घर में वे अपने बच्चों के साथ स्वस्थ हों और घर पर सुरक्षित महसूस करें। लेकिन बहुत सारे लोग अपने घर पर सेफ़्टी का ख्याल न के बराबर रखते हैं, और जिसका परिणाम ये होता है की कभी भी किसी भी तरह की अनहोनी होने का खतरा होता है। इससे निबटने के लिए हमें कुछ अपने घर पर Home Safety Rules का ध्यान रखना रखना पड़ता है, इस आर्टिकल में आपको 12 Home Safety Rules जिसे आपको अपने घर पर मानने की जरूरत होती है।
Home Safety क्या है?
जैसे की सुरक्षा का मतलब होता है खतरे या जोखिम से बचाव उसी प्रकार Home Safety का मतलब है की घर और उसके आस-पास के जोखिमों और संभावित खतरों के बारे में जागरूकता और शिक्षा के बारे में है, जो घर में और उसके आस-पास रहने वालों को शारीरिक चोट, या यहां तक कि मृत्यु का कारण बन सकते हैं।
आजकल आदमी घर और कार्यस्थल दोनों जगह व्यस्त रहता है क्योंकि उसे कम से कम समय में अपना समय देना होता है, इसलिए उसके द्वारा गलती करने या जोखिम/खतरे का सामना करने की संभावना अधिक होती है, यह जोखिम घर की तुलना में कार्यस्थल और सड़क पर अधिक होता है, इसी लिए लोग घर की सेफ़्टी को अक्सर अनदेखा करते हैं जो की सही नहीं है घर में होने वाले जोखिम को कम करने या खतरे को कम करने के लिए नीचे लिखे सुरक्षा नियमों का पालन किया जाना चाहिए।
12 Safety Rules at Home
अब मैं आपको 12 Home Safety Rules जिसे आपको अपने घरों में जरूर फॉलो करना चाहिए इसके बारे में बताने वाला हूँ, आपको इन Safety Rules को अपने घर के सभी मेम्बर के साथ जरूर शेयर करें ताकि वो भी इन नियम को फॉलो करके अपने घर को सुरक्षित और किसी अनहोनी दुर्घटना से दूर रख सकें।
- 1. सुनिश्चित करें कि घर की फर्श/टाइलें साफ हों और सूखी हों:
घर में फिसलने और गिरने से बचने के लिए, फर्श/टाइलों को हर समय साफ़ और सूखा रखना चाहिए। घर वालों और बड़े बच्चों को सिखाएं कि जब भी जमीन पर पानी या कोई अन्य तरल पदार्थ गिर जाए तो हमेशा फर्श को पोंछ दें। ध्यान रखें की टाइल्स पर पानी होने के कारण फिसल कर गिरने की काफी संभावना होती है, इसीलिए इसपर पानी गिरा हो तो इग्नोर न करें और तुरंत साफ करवा लें।
- 2. सुनिश्चित करें कि बिजली के आउटलेट जमीन से ऊंचे स्थान पर लगाए गए हों:
बिजली के आउटलेट या पोर्ट को ज़मीन से थोड़ा ऊपर लगाया जाना चाहिए, जहाँ छोटे बच्चे आसानी से न पहुँच सकें और अगर वे पहले से ही नीचे लगे हुए हैं, तो बाहर जाते समय उनकी ओपनिंग को ढक कर रखना चाहिए और मेन लाइन से स्विच ऑफ कर देना चाहिए। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि नंगे तारों को कभी भी खुला न छोड़ें और उसे तुरंत ठीक कर देना चाहिए। क्यूंकी इससे किसी को भी बिजली का झटका लग सकता है। घरों में RCCB का इस्तेमाल जरूर करें ये ऐसा डिवाइस होता है जो किसी करंट लीक होने पर ऑटोमैटिक बिजली को ऑफ कर देता है और करंट लगने से बचाता है।
- 3. घर के आसपास केमिकल, डिटर्जेंट और दवाइयों को सुरक्षित स्थान पर रखें:
सभी प्रकार की दवाओं को बच्चों की पहुँच से सुरक्षित रूप से दूर रखा जाना चाहिए। सुनिश्चित करें कि रासायनिक पदार्थ घर के आसपास न छोड़े जाएं, जैसे कि एंटीसेप्टिक जैसे डेटॉल, ब्लीच, केरोसीन, तरल डिटर्जेंट, आकर्षक दिखने वाले साबुन आदि। इन पदार्थों को बच्चों, विशेष रूप से छोटे बच्चों की नजरों से दूर रखा जाना चाहिए, बहुत सारे लोग अपने घरों में चूहों को मारने की दवा जहाँ तहाँ रख देते हैं ऐसा करना काफी खतरनाक हो सकता है अगर आपके घरों में छोटे बच्चें हों तो ऐसा हरगिज न करें या उनकी पहुँच से काफी दूर रखें।
- 4. किसी भी इलेक्ट्रिकल सॉकेट को ओवरलोड न होने दें:
घर में आउट्लेट सॉकेट को कभी की इसकी रेटिंग से ज्यादा ओवरलोड न होने दें, जैसे की कुछ लोग एक ही आउट्लेट में 2 या तीन प्लग लगा कर उज़ करते हैं ऐसा न करें क्यूंकी ऐसा करने से ये ओवरलोड होकर हीट हो सकता है और घर में शॉक सर्किट और आग लगने का कारण बन सकता है।
ये भी ध्यान रखें की रात में मोबाईल को चार्ज में लगा कर न सोएं, रात भर चार्ज में लगे होने पर इसमें ओवर्चार्ज की वजह से हीट पैदा हो सकता है जो की बैटरी को डैमिज करके इसमे ब्लास्ट होने का कारण बन सकती है। आपको अपने घरों में सही रेटिंग की MCB को भी लगाना चाहिए ताकि किसी प्रकार की खराबी या ओवरलोड होने पर ये सर्किट को ब्रेक करके बिजली को ऑफ कर सके।
- 5. घर में फायर अलार्म और स्मोक डिटेक्टर लगाएं:
यह एक ऐसा डिवाइस है जो घर में धुआँ/आग का पता लगाता है। और अगर घर के किसी कोने में आग लगती है तो ये अलार्म के द्वारा पता लग जाता है। आपको इसके बारे में अपने घर के सभी मेम्बर को बताएं, और आग लगने की स्थिति में उन्हें कैसे रीस्पान्स करना है उसके बारे में बताए, ईमर्जन्सी नंबर को याद रखने को बोलें। जैसे की इंडिया में ईमर्जन्सी नंबर 112 है, इसपर कॉल करके आपक किसी भी तरह की आपातकालीन सेवा को बुलाया जा सकता है। ध्यान रखें की अपने घर के अंदर सिगरेट न पियें।
- 6. घर के इलेक्ट्रॉनिक्स और अन्य सामान को इस तरह से रखें कि वे बच्चों की पहुंच में न आएं:
हमारे घरों में काफी सामान होते हैं, आपको उन्हें इस तरह से रखना है की वे बच्चों की पहुँच से दूर रहें, बहुत सारे लूज भारी सामान ऐसे होते हैं जिनके ऊंचाई से किसी पर गिरने की काफी संभावना होती है आपको इसका ध्यान रखना है और उन्हें सही जगहों पर रख कर सिक्युर करना भी काफी जरूरी होता है।
- 7. अपने बच्चों को घर के पालतू जानवरों के साथ अच्छा व्यवहार करना सिखाएं:
कुछ बच्चे कुत्तों और बिल्लियों जैसे पालतू जानवरों के साथ बहुत ही कठोर व्यवहार करते हैं। कुछ बच्चे उनकी पूंछ को बुरे तरीके से खींचते हैं, उनके चेहरे पर थप्पड़ मारते हैं, ध्यान रखें की अगर वह पालतू जानवर अच्छे मूड में नहीं है तो उनका रिएक्शन हिंसक हो सकता है और वो काट भी सकते है। उन्हें इन जानवरों के साथ नरमी या अच्छे से पेश आना सिखाएँ
- 8. अगर आपके पास हाउस हेल्प हैं, तो सुनिश्चित करें कि आप उनकी बैकग्राउंड की पूरी जाँच करें:
आजकल, लोग हमेशा वैसे नहीं होते जैसे वे दिखते हैं आजकल हाउस हेल्प द्वारा बच्चों के अपहरण, छेड़छाड़, और घरों में राबरी के काफी मामले सामने आए हैं, सुनिश्चित करें कि आप जिन्हें नौकरी पर रख रहें हैं उनके बारे में पूरी मालूमात कर लें, उनकी आइडी की कॉपी रखें या नजदीकी थाना में उनके बैकग्राउंड चेक करवा लें और उनके घरों और परिवार के सदस्यों के बारे में अच्छी तरह मालूमात कर लें।
- 9. घर में कुछ दिखने वाली जगहों पर ईमर्जन्सी नंबर को लिख कर चिपका दें:
कभी कभी कुछ अनहोनी होने पर हमारे दिमाग को कुछ याद नहीं रह पाता है, इसलिए Emergency Numbers को कहीं ऐसी जगह पर लिख देना काफी कारगर साबित होता है, जिससे बिना वक़्त गवाये आपातकालीन सेवा को तत्पर बुलाया जा सकता है, आपभी अपने घरों में बड़े अक्षरों में ईमर्जन्सी नंबर 112 को घर में मुख्य स्थान पर लगा दें ताकि इसे आसानी से याद रखा जा सके। ध्यान रखें की भारत के किसी भी कोने से आप 112 नंबर पर डायल करके एम्बुलेंस, पुलिस और फायर ब्रिगैड सेवा को बिना समय गँवाए बुला सकते हैं।
- 10. किचन को हमेशा साफ सुथरा और सेफ रखें:
किचन को हमेशा खुला और हवादार रखें, इसके सामानों को अरैन्ज करके रखें, आपको चाकू, कांटे, टिन कटर और रसोई के बर्तनों को रसोई में इधर-उधर नहीं रखना चाहिए। गैस चूल्हे और चिमनी का हमेशा मैन्ट्नन्स करवाएं, गैस सिलिन्डर की पाइप को समय पर चेंज करवाते रहें। उज़ न होने की स्थिति में और रात में सोने से पहलए गैस सिलिन्डर को हमेशा ऑफ करके रखें। रसोई में पर्दा न लगवाएं। समय पर कूड़े और कचरों को साफ करते रहें। किचन में हमेशा Fire Extinguisher या सूखा बालू और First Aid Box रखें, ताकि आग की स्थिति में को इसको बुझाने की कोशिश की जा सके और कटने या जलने पर फर्स्ट ऐड काम आ सके।
- 11. बच्चों को बिना बड़े की मौजूदगी के स्विमिंग पूल इस्तेमाल न करने दें:
अगर आपके घर में स्विमिंग पूल है तो यदि आप घर पर नहीं हैं, तो बच्चों को स्विमिंग पूल में जाने से मना करें, और साथ साथ बाथरूम में कोई बड़ी बाल्टी या टब हो तो उसे पानी से खाली करके रखें ताकि बच्चे इनके अंदर गलती से गिर न जाएं, ऐसे कई मामले सामने आयें है जिसमे एक बच्चे की पानी से भरे टब में गिरकर मौत हो गई। इसलिए घर में छोटे बच्चे हों तो बाथरूम के दरवाजे को लॉक करके रखें।
- 12. घर के अंदर और बाहर सिक्युरिटी कैमरे लगाएं:
अगर आप इसे अफोर्ड कर सकते हैं तो आप घर के अंदर और बाहर सिक्युरिटी कैमरा लगा सकते हैं, ताकि किसी भी अनवांटेड चीजों और लोगों से आपके घर की निगरानी हो सके। आखिरकार घर सभी के लिए एक सुरक्षित आश्रय होता है, इसलिए हमें माता-पिता और अभिभावकों के रूप में इसे ऐसी किसी भी चीज़ से मुक्त रखने की पूरी कोशिश करनी चाहिए जो नुकसान पहुँचाए।
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Conclusion
ऊपर बताए गए 12 Home Safety Rules को आप अपने घर वालों के साथ जरूर शेयर करें ताकि इसके खतरों और इससे बचने के उपायों के बारे में उन्हें जानकारी मिल सके, और आपको ये आर्टिकल कैसा लगा हमें कमेन्ट करके जरूर बताएं और इस आर्टिकल को शेयर भी करें।