PTW Kya hai:- सभी Worksite पर PTW (Permit to Work) के बिना काम नहीं हो सकता है, ये एक महत्वपूर्ण डॉक्युमेंट होता है, ये एक Safety Management का हिस्सा है। आपने हर साइट पर Work Permit System के बारे मे सुन रखा होगा या आपने इसे देखा भी होगा, इस आर्टिकल में मैं आपको PTW Kya hai (Permit to Work) के बारे में पूरी डीटेल बताने वाला हूँ।
इस आर्टिकल में मैं आपको बताऊँगा की PTW Kya hai (Permit to Work) क्या होता है? इसके कितने प्रकार होते हैं, Permit to Work का उपयोग करना क्यूँ जरूरी है? और Work Permit को कौन Issue करता है कौन Receive कर सकता है। इसकी सारी जानकारी आपको इस लेख में पता चलेगी। और मैं आपको एक Permit Copy का Sample भी दिखाऊँगा और इसमे क्या क्या इनफार्मेशन लिखी होती है उसे भी दिखाऊँगा।
PTW Kya hai (Permit to Work)
PTW Kya hai:- Permit to Work (PTW) एक Written Document होता है, जिसे Workplace पर किसी काम को सेफ वे में करने के लिए Permission के तौर पर इशू किया जाता है। जैसा के हम सब जानते हैं की Workplace पर काम से जुड़े अलग अलग प्रकार के खतरे होते हैं, उन खतरों (Hazards) को पहचान कर कंट्रोल के उपाय को Permit में लिखा जाता है। इसमें लिखे Terms और Safety के Controls को काम करने वाले Workers को Follow करना होता है। Permit to Work एक Legal Document भी होता है, जिसे किसी Accident होने पर लीगल डॉक्युमेंट्स प्रूफ के रूप में इस्तेमाल किया जाता है।
PTW (Permit to Work) साइट पर काफी महत्वपूर्ण रोल निभाता है, इससे किसी भी High Risk Activities को Permit में लिखे Precautions के द्वारा कंट्रोल किया जा सकता है, ये एक Safe System of Work (SSOW) का एक पार्ट है। PTW Kya hai (Permit to Work) इसके बारे में समझने के बाद इससे जुड़े आगे की डिटेल्स समझ लेते हैं। इसके प्रकार (Types) को देखना ही जरूरी है।
Types of PTW (Permit to Work Types)
PTW Kya Hai (Permit to Work) के बारे में जानने के बाद Types of PTW (Permit to Work Types) यानि प्रकार को देख लेते हैं। अमूमन सभी साइट पर PTW (Permit to Work) के Types अलग अलग हो सकते हैं। ये Company के Work Nature और Procedure पर Depend करता है। लेकिन सभी जगह पर Work Permit System का बेसिक हर जगह सामान होता है अमूमन Work Permit दो प्रकार के होते हैं:-
1. Hot Work Permit
2. Cold Work Permit
जिस काम को करने से चिंगारी या स्पार्कस पैदा होता है, और आग लगने का खतरा पैदा हो, इस तरह के काम को करने के लिए Hot Work Permit की जरूरत होती है। जैसे – Welding, Grinding आदि।
Cold Work Permit में हर तरह के वैसे काम शामिल हैं जिसमे कोई इग्निशन सोर्स मौजूद ना हो। जैसे की Scaffolding Erection, Bolt Tightening, Housekeeping आदि।
बहुत सारे High Risk Activities जैसे Confined Space, Crane Lifting, Electrical Work आदि में Permit के साथ Certificates का भी उपयोग किया जाता है। ये Organization के Nature और Procedure पर निर्भर करता है।
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Benefits of using PTW (Permit to Work) / फायदे
जैसा की मैं आपको ऊपर बता चुका हूँ की PTW (Permit to Work) के बहुत सारे फायदे हैं, लेकिन मैं आपको नीचे फिर से एक लिस्ट के माध्यम से इसे Benefits of using PTW (Permit to Work) के बारे में बता रहा हूँ। Work Permit का उपयोग करने के बहुत सारे फायदे हैं, जैसे की :-
- Work Permit के इस्तेमाल से Workers को Permit में मेन्शन कीये गए टर्म्स को मानना होता है जिससे की किसी प्रकार की इंजूरी या एक्सीडेंट के होने की संभावना कम होती है।
- Work Permit System के द्वारा Site Supervision में काफी Effective Improvement देखा जाता है, क्यूंकी Permit Holder को काम के दौरान सारा समय साइट पर ही रहना होता है, ये उसकी एक Responsibility होती है क्यूंकी उसने Permit पर साइन किया हुआ होता है।
- Work Permit एक Legal Document होता है, जिससे Accident Investigation और Insurance Claim में काफी मदद मिलती है।
- Permit to Work के उपयोग से ये इन्शुर होता है की क्या काम है और इस काम को कौन से लोकैशन पर और कितने टाइम Duration के लिए किया जाना है।
- Permit to Work (PTW) से ये भी Confirm होता है की काम को किसके द्वारा किया जाना है और उस काम के लिए जिम्मेदार कौन है? क्यूंकी Permit पर Workers के Leader का Sign होता है जिसे Permit Holder या Work Permit Receiver भी कहते हैं।
- High Risk Activities को Control किया जा सकता है और रिस्क को पहचान कर उचित कंट्रोलस को अप्लाइ किया जा सकता है।
Who is the Work Permit Issuer and Permit Receiver (Permit Holder)?
अब बात करते हैं की Permit Issue और Receive कौन करता हैं? Work Permit को Area Owner के द्वारा Issue किया जाता है जिसे Permit Issuer कहते हैं। जब भी किसी एरिया या Equipment पर काम आता है तो उस जगह के Owner जैसे की Oil & Gas प्लांट में Operation Supervisor कहते हैं के द्वारा काम के हिसाब से Permit Issue किया जाता है और उस पर्मिट को किसी Contractor या Maintenance Workers के लीडर या Supervisor के द्वारा Receive किया जाता है जिसे Permit Holder या Work Permit Receiver कहते हैं। Permit Holder को पर्मिट लेने के लिए Work Permit System के इग्ज़ैम को पास करके सर्टिफिकेट लेना होता है।
Permit Issue करने से पहले Issuer और Permit Holder दोनों साथ में Joint site Inspection करते हैं। इसमे वर्क एरिया पर जाकर वहाँ काम से जुड़े Hazards को पहचान कर Control Measure और PPE’s को पर्मिट में लिख दिया जाता है। पर्मिट में लिखे गए टर्म्स को Workers को फॉलो करना होता है, इसकी जिम्मेदारी Permit Holder की होती है।
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PTW Sample (Permit to Work में क्या Information होता है?)
अब मैं आपको एक Permit का सैम्पल कॉपी दिखाता हूँ जिससे आपको समझ आएगा की Permit to Work (PTW) कैसा होता है और इसमे क्या क्या इनफार्मेशन फिल किया जाता है? ये देखिए, ये एक दुनिया की बड़ी Oil & Gas Companies में से एक Saudi Aramco का कोल्ड वर्क पर्मिट है, इसमे चार सेक्शन हैं:-
सेक्शन 1 में Work Description फिल किया जाता है, जिसमे Date और Duration के साथ, Plant का नाम, Exact Work location, क्या काम होना है उसकी जानकारी और कौन सा Equipment और Tools इस्तेमाल किया जाएगा उसकी डीटेल लिखी जाती है।
सेक्शन 2 में Hazard Identification और कंट्रोल को फिल किया जाता है। इसमें सबसे पहले अगर उस जॉब के लिए कोई additional फॉर्म को attach करने की जरूरत है तो उसे टिक किया जाता है, जैसे Job Safety Analysis, Blind List आदि।
उसके बाद Energy Types, Isolation Methods और Potential Exposure को टिक किया जाता है। इसके बाद कंट्रोल के तौर पर PPE’s की Requirements को आइडेनफाइ करके लिखा जाता है। इस सेक्शन को पर्मिट इशूअर के द्वारा, पर्मिट होल्डर की मौजूदगी में भरा जाता है।
सेक्शन 3 Gas Testing के रिकार्ड के लिए होता है, इसे Authorized Gas Tester के द्वारा फिल किया जाता है। ये काम के लोकैशन और वर्क नेचर पर निर्भर करता है, Gas Testing की जरूरत है की नहीं ये Permit Issuer के द्वारा डिसाइड किया जाता है।
सेक्शन 4 Permit के Authorization, Renew और Closing के लिए होता है, इसमे Permit Holder और Permit Issuer को आइडी नंबर और सर्टिफिकेट नंबर के साथ साइन करना होता है। दोनों के साइन के बाद पर्मिट ओपन हो जाता है। और इसी प्रकार दोनों के साइन के बाद पर्मिट Renew और Close भी होता है। Permit to Work (PTW) की अरिजनल कॉपी को Permit Issuer के ऑफिस में और एक Duplicate Copy को Permit Holder/Receiver को वर्क प्लेस पर डिस्प्ले करने के लिए दे दिया जाता है।
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Conclusion & Suggestions
दोस्तों! आपने इस आर्टिकल में PTW Kya Hai?, Types of PTW (Permit to Work), Benefits of PTW के साथ Permit Issuer और Permit Holder के बारे में पूरी डेटल में जानकारी पढ़ी। दोस्तों अगर आप भी साइट पर काम करते हैं जहां पर काफी सारे खतरे मौजूद हैं तो आपको ये जरूर ध्यान रखना है की कोई भी काम चाहे कितना भी छोटा या कम समय का क्यूँ ना हो आपको बिना PTW यानि Work Permit के नहीं करना है। क्यूंकी ये आपकी खुद की Health & Safety के लिए है।
मैंने आपको Offline Work Permit System के बारे में बताया है लेकिन अब बहुत सारी Industries में Electronic Work Permit System यानि Online Permit to Work System को इस्तेमाल में लाया जा रहा है। हालांकि ये सिस्टम जो भी हो लेकिन इसका Basic हर जगह सामान ही रहेगा जैसा मैंने आपको इस आर्टिकल में बताया। आपको ये आर्टिकल PTW Kya Hai (Permit to Work) कैसा लगा हमें कॉमेंट करके जरूर बताएं।