बहुत सारे लोग अक्सर LEL and UEL में हमेशा कन्फ्यूज़ रहते हैं उन्हे इसका Definition तो पता होता है लेकिन Practical तौर पर इसके Concept को नहीं समझ पाते हैं इसीलिए इसे जब Site पर अप्लाइ करने की जरूरत होती है तो इसे समझना या समझाना मुश्किल होता है। मेरे इस आर्टिकल को पढ कर आपको अच्छी तरह से इसके बारे मे समझ आ जाएगा।
Combustible Gases और Vapor से जुड़ा पहला जोखिम (Risk) विस्फोट (Explosion) होने या आग लगने की संभावना होती है। जैसा के हम सब जानते हैं की विस्फोट या आग लगने के लिए , तीन तत्वों (Elements) की आवश्यकता होती है:- ईंधन (Fuel), ऑक्सीजन (Oxygen), और एक प्रज्वलन स्रोत (Ignition Source)।
What are LEL and UEL?
हर Combustible gas or Vapor केवल Fuel/Oxygen mixtures के एक Specific Range के भीतर ही जल (Ignite) सकती है, बहुत कम या बहुत अधिक गैस का मिश्रण प्रज्वलित (Ignite) नहीं हो सकता। इसी Conditions को Lower Explosive Limit (LEL) and Upper Explosive Limit (UEL) के रूप में परिभाषित किया जाता है। LEL और UEL के बीच के सीमा को ही Explosive या Explosive Limit कहा जाता है।
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Difference Between LEL and UEL
किसी Combustible Gas या Vapor के LEL की % Range के नीचे (Too Lean to Burn) आग नहीं लग सकती और उसी तरह उसी Combustible Gas या Vapor के UEL की % Range के ऊपर (Too Rich to Burn) भी आग नहीं लग सकती है। आपको ये भी ध्यान रखना जरूरी है की हर Combustible Gas या Vapor का अपना अलग अलग LEL और UEL होता है। नीचे मैंने आपके समझने के लिए कुछ Combustible Gas या Vapor के LEL और UEL को दिखाया है, आप उसे देख सकते हैं लेकिन उससे पहले मैं आपको एक उदाहरण से इसे समझाने की कोशिश करता हूँ।
किसी भी Combustible गैस या Vapor का अपना एक Explosive Area होता है जैसा के आप ऊपर पिक्चर में देख रहें हैं Red वाला एरिया उस गैस का LEL का जो % है वहाँ से शुरू होता है और ऊपर जाकर UEL के % वाले एरिया में खत्म होता है आग न तो उस LEL के नीचे लग सकती है और न ही UEL के ऊपर। मतलब के LEL और UEL के बीच वाले एरिया को Explosive Area कहा जाता है जहां आग लग सकती है।
Example Of LEL and UEL
आप ऊपर की पिक्चर देख कर समझ सकते हैं की Methane गैस 4.4% से 16.4% के Explosive लिमिट में ही आग पकड़ सकता है लेकिन 4.4% से नीचे या 16.4% से ऊपर के रेंज में इसमे आग नहीं लग सकती। इन Example से आप समझ गए होंगे के Lower Explosive Limit और Upper Explosive Limit क्या होता है और इन दोनों में क्या Difference है, अब नीचे Flash Point को भी समझ लेते हैं।
What is Flash Point?
Flammable Chemicals में आमतौर पर कम Flash Point होता है। क्या आपको पता है के यह कम Flash Point क्या है? यह वह सबसे कम तापमान (Temperature) है जिस पर किसी Chemicals या Substance आग को पकड़ने के लिए पर्याप्त रूप से धुएं (Smoke) को पैदा करना शुरू करता है जब एक हल्की लौ (Flame) को उसके पास लाया जाता है।
इसका मतलब यह है कि कमरे के तापमान की तुलना में कम फ्लैश पॉइंट वाला रसायन या पदार्थ आग पकड़ने के लिए धुएं को छोड़ेगा, भले ही इसे सामान्य कमरे के तापमान पर Store किया गया हो।
इस प्रकार, -20 Degree Centigrade के Flash Point के साथ Gasoline (Petrol) पहले से ही सामान्य कमरे के तापमान (Temperature) पर आग पकड़ने में सक्षम होगा यदि इसे एक हल्की लौ मिलती है, जबकि 38 Degree Centigrade के Flash Point के साथ Kerosene को कमरे के 30 डिग्री सेंटीग्रेड के तापमान पर रखने पर नहीं जलेगा।
एक बात और जान लें की जलने के लिए, एक ही समय में तीन चीजें मौजूद होनी चाहिए: ईंधन (Fuel), ऑक्सीजन (Oxygen) और गर्मी (Ignition)। जब हम Flash Point के बारे में बात करते हैं, तो हम उस गर्मी के बारे में बात कर रहे हैं जो पर्याप्त (Sufficient) गैसीय धुएं (Gaseous fume) उत्पन्न करके जल सकता है, लेकिन वह Chemical या Substance तब तक नहीं जलेगा जब तक उच्च तापमान (Higher Temperature) तक न पहुँच जाए। वह Temperature ज्वलन बिंदु (Ignition Point) कहलाता है।
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LEL and UEL Of Substance/Gases with Flash Point
नीचे आपको कुछ गैस पदार्थ के LEL और UEL और Flash Point का टेबल दिया गया है आप उसको देख कर समझ सकते हैं ध्यान रहे Condition चेंज होने के साथ इसमे कुछ बदलाओ भी हो सकते हैं इसीलिए इन्हें इस्तेमाल करने से पहले इनके साथ दिया हुआ MSDS (Material Safety Dat Sheet) जरूर पढ़ें।
Conclusion
आज इस आर्टिकल में आपने UEL and LEL, क्या है इसमे क्या Difference है और Flash Point क्या है इसके बारे मे Example के साथ Hindi में समझ उम्मीद है आपको अच्छे से समझ आया होगा और आपको ये जानकारी आपके Interview या Job पर अप्लाइ करने मे काफी मददगार साबित होगी। आपका कुछ कमेन्ट है तो हमें कमेन्ट बॉक्स मे बता सकते हैं।
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