Radiation Hazards:- Radiation के संपर्क में आने वाले किसी भी व्यक्ति पर Long Term Effect और Short Term Effect का Risk होता है। Radiation के High Dose से कैंसर होने का खतरा बढ़ जाता है, इसीलिए अनावश्यक Radiation के प्रभाव से हमेशा बचना चाहिए। Worksite पर अलग अलग प्रकार के Radiation (विकिरण) के खतरे हो सकते हैं। बहुत सारे लोगों को साइट पर Radiation Hazards के साथ यानि Radioactive Substance के करीब रहकर काम करना पड़ता है।
ऐसी कंपनी में काम करना जहां Radiation का जोखिम हो, या जहां Radiation Hazards मौजूद होते हैं वहाँ पर कुछ Special Precautions की जरूरत होती है। इस प्रकार की अधिकांश कंपनियों को निरंतर Radiation Hazards के जोखिम के बारे में सभी Employees को शिक्षित करने के लिए Special Training के साथ साथ अन्य कंट्रोल के उपायों को करने की आवश्यकता होती है। इस आर्टिकल में मैं आपको Radiation Kya Hota Hai, Types of Radiation, Radiation Effects on Health, Radiation Hazards और Radiation Safety Precautions के बारे में पूरी जानकारी बताने वाला हूँ।
Radiation Kya Hota Hai?
Radiation Hazards के बारे में जानने से पहले ये क्या होता है इसे समझना जरूरी है। अगर सरल भाषा में समझें तो, Radiation एक “Influence” है जो बाहर की ओर Travel करता है। यह कुछ ऐसा है जो किसी तरह पर्यावरण को प्रभावित या बदल सकता है। Radiation अक्सर सीधे नहीं देखा जाता, इसे कभी-कभी एक अदृश्य Influence भी कहा जाता है। Radiation के बारे में पूरी जानकारी के लिए इसके प्रकार को समझना बहुत जरूरी है। जब हम इसके प्रकार को समझ लेंगे तभी Radiation के बारे में सही से समझ पाएंगे। अमूमन Radiation के दो मुख्य प्रकार (Type) हैं:-
- Ionizing Radiation
- Non-ionizing Radiation
ये दो प्रकार के Radiation हैं, जिनके बारे में हम आपको डीटेल मे बताने वालें हैं। हम आपको ये भी बताएंगे की आप इन दोनों Radiation Hazards से की प्रकार खुद को काम के दौरान सेफ रख सकते हैं और इनका कंट्रोल क्या होना चाहिए।
Ionizing Radiation Kya Hai
Ionizing Radiation आयनों का निर्माण करते हैं। यह उन सामग्रियों में आयन बनाता है जिन पर यह टकराता है। यह या तो इलेक्ट्रॉनों को जोड़ता है या सामग्री बनाने वाले मूल परमाणुओं से इलेक्ट्रॉनों को चुराता है। यदि किसी परमाणु ने अपनी प्राकृतिक अवस्था, अपने प्राकृतिक संतुलन से इलेक्ट्रॉनों को प्राप्त या खो दिया है, तो इसे आयन (Ion) कहा जाता है। सामान्य तौर पर, जब हम जीवित प्रणालियों (पौधों और जानवरों) की बात करते हैं।
यह आमतौर पर एक सुरक्षित Radiation नहीं है। इसके संपर्क में आने पर विभिन्न प्रकार के नुकसान हो सकते हैं जिनका हम आगे चर्चा करेंगे। Ionizing Radiation के उदाहरण हैं: Beta (इलेक्ट्रॉनों की एक धारा), X-Ray (एक विशिष्ट फोटॉन ऊर्जा बैंड के भीतर फोटॉनों की एक धारा, Gamma (एक्स-रे के समान लेकिन एक उच्च फोटॉन ऊर्जा बैंड)।
जब आप किसी चिकित्सक (Doctor) के पास जाते हैं और आपके शरीर के कुछ हिस्से का एक्स-रे लेते हैं, तो आप देखेंगे कि X-Ray Technician अक्सर आपके शरीर के उन हिस्सों को किसी प्रकार की Radiation Protection प्रदान करता है, जिनकी “फोटोग्राफी” एक्स-रे मशीन द्वारा नहीं की जा रही है। साथ ही Pregnant Woman को मशीन के नजदीक जाने की अनुमति नहीं होती है। क्यूंकी Radiation से बच्चे के स्वास्थ्य पर असर हो सकता है।
Non-ionizing Radiation Kya Hai
सीधे शब्दों में कहें, Non-ionizing Radiation (स्पष्ट रूप से) किसी भी प्रकार के विद्युत चुम्बकीय (Electromagnetic) Radiation को संदर्भित (Referenced) करता है जिसमें अणुओं को आयनित करने के लिए पर्याप्त ऊर्जा नहीं होती है। बल्कि, अणु केवल उत्तेजना चरण (Excitation Phase) से गुजरते हैं, जहां विकिरण पर्याप्त होता है, केवल अणु की गति को बढ़ाने के लिए। आयनीकरण उस प्रक्रिया को संदर्भित करता है जिसके द्वारा एक अणु को इलेक्ट्रॉनों को जोड़कर या हटाकर आयन (Ion) में परिवर्तित किया जाता है।
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Ionizing & Non-ionizing Radiation Difference / दोनों में अंतर
अब बात करते हैं की इन दोनों Radiation में मुख्य अंतर क्या है? और इनके बीच में हम किस प्रकार से पहचान कर सकते हैं। अगर आम भाषा में कहें तो इन दोनों में मुख्य अंतर यह है कि Ionizing Radiation में Non-ionizing Radiation की तुलना में अधिक ऊर्जा होती है।
Ionizing Radiation के Industry में कई उपयोग हैं, जैसे Energy Production, Manufacturing, दवा और Research और यह समाज के लिए कई लाभ पैदा करता है। हालांकि, यह महत्वपूर्ण है कि Employees और जनता की सुरक्षा के लिए Ionizing Radiation Hazards के जोखिम को समझदारी से Manage किया जाए। नीचे लिखे नाम Ionizing Radiation की श्रेणी में आते हैं:-
- X-rays
- Gamma rays
- Radioactive Source से विकिरण और स्वाभाविक रूप से होने वाले विकिरण के स्रोत, जैसे Radon Gas.
निम्नलिखित Non-ionizing Radiation की श्रेणी में आते हैं:-
- Visible light
- Ultra-violet light
- Infra-red radiation
- Electromagnetic fields
Non-ionizing Radiation में विद्युत चुम्बकीय क्षेत्रों के source का Telecommunication और Manufacturing क्षेत्र में बड़े पैमाने पर उपयोग किया जाता है, जिसमें Long Term स्वास्थ्य समस्याओं के बहुत कम सबूत मिलते हैं।
Ultra-violet light प्राकृतिक सूर्य (Sun) के प्रकाश का हिस्सा है और कुछ मानव निर्मित प्रकाश Source का भी हिस्सा है। यह Skin Cancer सहित कई स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है।
Ionizing Radiation Hazards / खतरा
अब आप समझ गए होंगे की Ionizing Radiation से हमें Non Ionizing Radiation के मुकाबले ज्यादा खतरा है। लोगों को Radioactive Materials या X-Ray Set जैसे जनरेटर से Radiation से नुक्सान हो सकता है, या Internal रूप से Radioactive Substances के शरीर के अंदर जाने से भी नुकसान हो सकता है।
जैसा की हम जानते हैं की हम सभी इंसान का शरीर थोड़ा बहुत Natural Radiation से Expose होता ही है। और अधिकांश आबादी को कभी-कभी चिकित्सा या दंत एक्स-रे भी होते हैं। लेकिन जब साइट पर कोई Radioactive या इससे जुड़े मटेरियल्स को हैन्डल करता है या इसके करीब होता है तो वो ज्यादा Ionization Radiation से इक्स्पोज़ होता हैं जो की भविष्य में काफी नुकसानदायक है। हमें इसके कंट्रोल के द्वारा यह सुनिश्चित करना होता है की इस प्रकार की गतिविधियों से Worker और आसपास की जनता को नुकसान न हो।
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Radiation Effects on Health – सेहत पर प्रभाव
Radiation Hazards को जानने के बाद Radiation Health Effects को भी जान लेना जरूरी है। सभी जानते हैं की इससे लंबे समय के Exposure से कैंसर होता है, लेकिन इसके तुरंत के प्रभाव भी होते हैं, यदि कोई इंसान Radiation के प्रभाव में आता है तो उसके सेहत पर काफी बुरा असर पड़ता है। इसके तत्काल प्रभाव के कुछ Symptoms होते हैं जो हर इंसान पर अलग अलग हो सकते हैं जैसे:-
- मतली और उल्टी
- दस्त
- त्वचा जलना (त्वचा का लाल होना)
- कमज़ोरी
- सुस्ती और थकान
- भूख में कमी
- बेहोशी
- निर्जलीकरण
- ऊतकों की सूजन
- त्वचा के नीचे रक्तस्राव
- आपकी नाक, मसूड़ों या मुंह से खून बहना
- एनीमिया
- बालों का झड़ना
- प्लेटलेट्स में कमी
मतली और उल्टी आमतौर पर Radiation बीमारी के शुरुआती लक्षण हैं। Radiation का Dose जितनी अधिक होगी, उतनी ही जल्दी ये लक्षण दिखाई देंगे और रोग का निदान उतना ही बुरा होगा। जो व्यक्ति संपर्क में आने के एक घंटे के भीतर उल्टी करना शुरू कर देता है, उसकी मृत्यु होने की भी संभावना होती है।
Radiation Safety Controls & Precautions – बचाव
Oil & Gas और Construction Industries में देखा जाए तो अधिकतर Radioactive Materials का उपयोग Metal Pipes और अन्य Equipment पर किए हुए Welding Joints को X-Ray करके चेक करने के लिए किया जाता है, जिसे Radiography भी कहते हैं। इसीलिए जो लोग इस तरह की activity में शामिल होते हैं, वो लोग Radiation Hazards के Dose से Expose होते हैं। इसीलिए इनपर Safety Measures को apply करना काफी जरूरी होता है।
किसी Source से Radiation की मात्रा को नियंत्रित (Control) करने के लिए तीन प्रकार के Radiation Safety Measures किए जाने चाहिए। इसमे शामिल है:-
- Radiation के Exposure के समय को कम करना क्योंकि इससे Dose आनुपातिक रूप से कम हो जाती है। इसीलिए लोगों बारी बारी से शिफ्ट में काम करने का नियम होना चाहिए।
- Radiation के Dose को कम करने के लिए दूरी बढ़ाना। जिसे की उंगलियों का उपयोग करने के बजाय Radioactive Substance को हैन्डल करने के लिए Forceps का उपयोग करके किया जा सकता है।
- Workers के लिए उपयुक्त स्तर तक Radiation को कम करने के लिए Shielding का उपयोग करना। यह Radioactive Substance के चारों ओर बड़ी मात्रा में Absorbing material रखकर Shielding किया जा सकता है।
- Workers को उपयोग करने की सही Training प्रदान करना, और उन्हें Radiation Dose Meter के द्वारा समय समय पर TLV Limit की जांच करवाना।
- Radioactive Materials की Capacity और Curie को Measure करके Affected Area को नापकर, Barricade और Signboard लगाना और लोगों को Announcement करवाकर अलर्ट करवाना भी जरूरी भी है, ताकि कोई अनजान व्यक्ति Radiation के दायरे में ना आने पाए।
दोस्तों, इस आर्टिकल में आपको Radiation Kya Hota Hai, Types of Radiation, Radiation Hazards, Radiation Effects on Health, Radiation Safety Precautions और Radiation Control Measures के बारे में पूरी जानकारी बताई है। अगर आपको इस आर्टिकल से जुड़ा कोई सवाल या कोई सुझाव है तो हमें कमेन्ट बॉक्स में जरूर बताएं।