Manual Handling Kya Hai:- Manual Handling किसी भी Construction या Maintenance साइट पर बहुत ही आम है। किसी भी मटेरियल्स को उठाने और एक जगह से दूसरी जगह ले जाने के लिए इसे किया जाता है। अगर Manual Handling को सही तरीके से नहीं किया जाता है तो वर्कर को चोट लगने और नुकसान होने की संभावना बढ़ जाती है। ज्यादातर वर्कर्स जो Manual Handling के काम में अधिकतर शामिल होते हैं वो इससे होने वाले खतरे और नुकसान के सबसे ज़्यादा भागीदार होते हैं। इसीलिए Manual Handling Kya Hai और Manual Handling Kaise Kare इसके बारे में सही तरीके को जानने की बहुत जरूरत होती है।
Manual Handling हम लोग अपने घरों में भी अक्सर करते हैं, घर के सामान को उठाना और इसको एक जगह से दूसरी जगह ले जाना पड़ता है इसलिए हम लोग अपने घरों में भी इससे जुड़े खतरे से घिरे होते हैं। इस आर्टिकल में मैं आपको Manual Handling Kya Hai और Manual Handling Kaise Kare इसके बारे में पूरी जानकारी बताने वाला हूँ।
Manual Handling Kya Hai?
Manual Handling Kya Hai:- Manual Handling आमतौर पर किसी सामान को हाथ से उठाना, नीचे करना, धक्का देना, खींचना, पकड़ना, यहाँ से वहाँ ले जाना और पकड़ना शामिल है। इसके कुछ उदाहरणों में ट्रकों, गाड़ियों में बक्सों या अन्य सामानों को लोड करना और उतारना, कपड़े धोने के बैग, उपकरण ट्रे उठाना, किसी भी सामान को एक स्थान से दूसरे स्थान तक ले जाना।
कापियर में कागज लोड करना, वर्क साइट पर किसी भी समान को बिना किसी अन्य उपकरण के मदद के अपने हाथों से उठाना, खींचना, धक्का देना और यहाँ से वहाँ ले जाना Manual Handling कहलाता है। अगर इसे सही तरीके से नहीं किया जाता है तो वर्कर को गंभीर चोट लगने और हेल्थ से जुड़ी समस्या हो सकती है।
Manual Handling Hazards
Manual Handling से मटेरियल्स को संभालने और हिलाने-डुलाने से वर्कर को बल प्रयोग करना पड़ता है, अजीब तरह के बॉडी और बार बार इसी प्रकार की हरकतें जैसी शारीरिक स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है, जिससे चोट लग सकती है, हाथ से सामग्री संभालने और हिलाने-डुलाने से लगने वाली चोटों में कटना, चोट लगना और मांसपेशियों में दर्द से लेकर पीठ के निचले हिस्से में दर्द से जुड़ी गंभीर स्थितियां शामिल हैं; कंधे के विकार; या कूल्हे और घुटने का ख़राब होना भी शामिल है।
उपलब्ध आँकड़ों के आधार पर, पीठ के निचले हिस्से की लगभग आधी चोटें गलत तरीके से सामान उठाने से संबंधित होती हैं, लगभग 10% धक्का देने और खींचने की गतिविधियों से जुड़ी होती हैं और अन्य 6% सामग्री पकड़ने, चलाने, फेंकने या ले जाने के दौरान होती हैं। किसी व्यक्ति की उम्र, शारीरिक स्थिति, शक्ति, लिंग, कद और अन्य कारकों में अंतर के कारण कार्य करने की क्षमता भिन्न हो सकती है। अक्सर किसी व्यक्ति की पुरानी musculoskeletal समस्या का विशिष्ट कारण अज्ञात होता है। इस प्रकार का दर्द तुरंत नहीं होता है इसमे समय के साथ विकारता आती है।
Manual Handling Injury Types
गलत Manual Handling के दौरान दुर्घटनाओं से कई प्रकार की injury हो सकती हैं, कुछ कॉमन होने वाली इंजूरी ये हैं:-
- Sprain & Strain – मोच और शरीर में खिचाव
- Contusion – कुचल जाना
- Lacerations – शरीर के हिस्से में घाव लगना
- Fractures – हड्डी टूटना
- Back Injuries – पीठ में दर्द/चोट
- Slipped discs, tears and hernias
- Torn ligaments & tendons
Causes of Injury – कारण
मैंने जो आपको इंजूरी बताई है इसके निम्नलिखित कारण हो सकते हैं:-
- Bad Postures – अचानक हरकतें, मुड़ना, मरोड़ना
- Heavy Loads – क्षमता से अधिक भार
- Rough Surfaces – तेज, दांतेदार किनारे, किरचें, चुभने वाली चीजें
- Lack of knowledge – लोड की जानकारी न होना
- Obscured vision – पीछे की ओर चलना, वैसे लोड जो देखने में दिक्कत करे आदि।
Manual Handling Kaise Kare?
Manual handling Kya Hai और इसके होने वाले नुकसान और खतरे को आप समझ गए होंगे अब मैं आपको बताता हूँ की Manual Handling Kaise Kare और Manual Handling करने का सही तरीका क्या है। किसी भी लोड को Manual Handling के कार्य से पहले निम्नलिखित कार्य करना आवश्यक है:-
- जहां संभव हो, Manual Handling के काम की जरूरत को समाप्त करने की करें और अगर पॉसिबल हो तो Mechanical Lifting Machinary का इस्तेमाल करें जैसे की Crane, Forklift आदि
- Manual Handling से जुड़े जोखिम को पहचाने और कम करने के लिए मैन्युअल हैंडलिंग कार्य का मूल्यांकन करें
- Manual Handling करने की सही Technique की उचित Training दिया जाना चाहिए।
- मैन्युअल रूप से उठाए जाने वाले वजन को सीमित करने पर विचार किया जाना चाहिए, एक व्यक्ति अधिकतम 25 KG वजन ही उठा सकता है।
Manual Handling Techniques in Hindi – सही तरीका
किसी भी लोड को अपने हाथों से उठाने से पहले बहुत सारी बातों का ध्यान रखना जरूरी होता है ये कौन कौन सी बातें हैं इसके बारे में नीचे बताया गया है इसे ध्यान से पढ़ें:-
1. Lifting Capacity – उठाने की क्षमता
किसी भी भार को उठाते समय हमें अपने शरीर की बनावट, उम्र, ट्रैनिंग और टेक्नीक का ध्यान रखना है ताकि इसे उठाते समय कोई परेशानी न होने पाए।
2. Nature of the Load – लोड का आकलन
उसके बाद जिस लोड को उठाना है उसे चेक करें की ये कैसा है जैसे की इसका वज़न, चौड़ाई, लंबाई, गोल, चौकोर, फिसलन, धारदार, लोड की Centre of Gravity और इसे उठाने और ले जाने का स्थान और दूरी कितनी है आदि ताकि इसे उठाने में कोई दिक्कत न आए। अगर लोड ज्यादा भारी है तो दूसरों की सहायता लें या मशीन का उपयोग करें।
3. Correct Technique Of Lifting – लोड उठाने का सही तरीका
अब बारी आती है की लोड को उठाने का सही तरीका क्या है? अधिकतर लोग किसी भी सामान को उठाने के लिए अपनी पीठ यानि कमर पर जोर देते हैं जिससे की कमर और पीठ में दर्द की शिकायत हो सकती है ऐसा बिल्कुल भी नहीं करना चाहिए, नीचे दिए गए तरीके को आपको इस्तेमाल करना है:-
- सबसे पहले अपने पैरों के पोजिशन को सही रखें
- घुटनों को लचीला रखें
- अपने पीठ को सीधा रखें
- अपने दोनों हाथों को शरीर के पास रखें और लोड के नजदीक जाएं
- लोड पर अपनी सही से पकड़ बनाएं और अच्छे से पकड़ें
- ठोड़ी अंदर और सिर ऊपर करें
- शरीर के वजन का उपयोग करते हुए लोड को धीरे धीरे उठायें।
- अपने पीठ यानि रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और अपने पैर की मांसपेशियों पर जोर देकर लोड उठायें
- लोड को वापस रखने के लिए वही तरीका अपनाएं, अपने पीठ को सीधा रख कर अपने पैर को झुकाएं और लोड को रख दें।
Conclusion
आपने इस आर्टिकल में Manual Handling Kya Hai और Manual Handling Kaise Kare इससे जुड़े Hazards और Manual Handling correct technique के बारे में पूरी जानकारी हासिल की होगी, उम्मीद है की आपको समझ आया होगा, आपका कोई कमेन्ट ये सवाल है तो हमें आप कमेन्ट बॉक्स में पूछ सकते हैं।